सोमवार, 20 फ़रवरी 2017

गलतियाँ

तुझसे कभी ना मिलू,
वो तेरी गलतियाँ तो याद है;
तुझसे नफरत करु लेकिन,
वो खता नहीं मिलती;

                            जो अच्छे लगे ऐसे,
                            बहुत है, यार यहाँ;
                            पर जैसे तू मुस्कराती थी,
                            वो अदा नही मिलती,

कुछ भी पा सकता हूँ,
वो औहदा है मेरा;
पर तुझे भूल जाऊ जाकर कही,
वो जगह नही मिलती;

10 टिप्‍पणियां:

  1. Wah wah kya baat h!
    कुछ भी पा सकता हूँ,
    वो औहदा है मेरा;👍

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