कई मुद्दतो से सुना नहीं
कोई लफ्ज तेरे लबों से,
कलम मेरी अड़ के बैठी है
की मुझे आगे मत लिखाओ;
डायरी कहती है की
कोरा रहना मंजूर है,
कहानी अधूरी ही अच्छी है,
आगे मत बढ़ाओ;
मैं भी उसी की हूँ ,
जिसका दिल है तेरा,
कुछ और लिख कर मुझे,
किसी और का मत बनाओ;
जहाँ का इश्क़ और है,
तेरी यारी और है,
यक़ीनन बहुत होंगे तेरे अच्छे दोस्त;
पर उनकी बात और है, मेरी कहानी और है;
मेरे दिलोदिमाग पर हुकूमत है तेरी,
तेरी बात और है, तेरी निसानी और है;
चाह कर भी निज़ात मुमकिन नहीं जिससे,
जैसे कब्ज़ा करना और है, तख़्त-ए-सुल्तानी और है;..
कोई लफ्ज तेरे लबों से,
कलम मेरी अड़ के बैठी है
की मुझे आगे मत लिखाओ;
डायरी कहती है की
कोरा रहना मंजूर है,
कहानी अधूरी ही अच्छी है,
आगे मत बढ़ाओ;
मैं भी उसी की हूँ ,
जिसका दिल है तेरा,
कुछ और लिख कर मुझे,
किसी और का मत बनाओ;
जहाँ का इश्क़ और है,
तेरी यारी और है,
यक़ीनन बहुत होंगे तेरे अच्छे दोस्त;
पर उनकी बात और है, मेरी कहानी और है;
मेरे दिलोदिमाग पर हुकूमत है तेरी,
तेरी बात और है, तेरी निसानी और है;
चाह कर भी निज़ात मुमकिन नहीं जिससे,
जैसे कब्ज़ा करना और है, तख़्त-ए-सुल्तानी और है;..
just awesome ... 👌😊
जवाब देंहटाएंthank you thank u...
जवाब देंहटाएंSuperb 👍
जवाब देंहटाएंGood
जवाब देंहटाएंthank you didi
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