शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2017

हर हर महादेव

क हाथ में त्रिशूल कठोर,
दूजे हाथ वरदान की सरिता;

सर में जिसके चन्द्रमा साजे,
और गले में काल भुजंगा;

कंठ में जिसके प्रचंड गरल,
और जटा में अमृत गंगा ;

मुस्कान जिसकी सृष्टि की रचना,
और क्रोध प्रलय बाण है;

वो आदि-अनंत, वो आशुतोष ,
वो अखिलेश्वर,वो शिव शंकर है;

10 टिप्‍पणियां:

  1. बम-बम भोले बम, नमामि शंकर।
    🕉 नमः शिवाय।
    नीलकंठे प्रचंड गरलः यस्य सः शंकरः ।।
    बहुत खूब, छा गए मोहित ।

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