गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

तू

भी नाम भूल जाऊ,
कभी बात भूल जाऊ,
तुझे सोच कर क़ुछ कहू,
तो अल्फाज भूल जाऊ;

        चाहू कभी जो की,
        तेरी यादों को भूल जाऊ,
        तू जहन  में हस्ती रहे,
        मैं  खुद को भूल जाऊ;

तेरी तस्वीर में यूं खोया हूं,
गुमनाम हो गया हूँ,
तेरा कब्ज़ा है मुझपर,
या मैं गुलाम हो गया हूँ;

3 टिप्‍पणियां: