कभी मिलना, तुम्हे हम सैलाब दिखाएगें
अपने टूटे हुए अश्रुमगन ख्वाब दिखाएगें;
जो जो तुमने कहा था,
मैं अल्फाज नहीं भूलता,
मैं रो लेता हूँ कभी कभी,
पर किसी से नहीं बोलता;
हर बार कलम को नकार देता हूँ,
जो तेरी याद में लिखी थी,
पर वो डायरी नहीं खोलता;
यही मौसम है,
जब अलग हुए थे हम दोनों,
यही मौसम था ,
जब साथ रहने का वादा किया था;
तेरे चहरे पर आज वो मुस्कराहट नहीं है,
हाँ, मेरे मिलने का वो लहज़ा भी अब नहीं है;
अपने टूटे हुए अश्रुमगन ख्वाब दिखाएगें;
जो जो तुमने कहा था,
मैं अल्फाज नहीं भूलता,
मैं रो लेता हूँ कभी कभी,
पर किसी से नहीं बोलता;
हर बार कलम को नकार देता हूँ,
जो तेरी याद में लिखी थी,
पर वो डायरी नहीं खोलता;
यही मौसम है,
जब अलग हुए थे हम दोनों,
यही मौसम था ,
जब साथ रहने का वादा किया था;
तेरे चहरे पर आज वो मुस्कराहट नहीं है,
हाँ, मेरे मिलने का वो लहज़ा भी अब नहीं है;
Awesome 🎀
जवाब देंहटाएं👌👌👍😊
जवाब देंहटाएंHeart touching!!!
जवाब देंहटाएंthanks di
हटाएंEk baat bolu.... Barsat me release Karna tha. Fir dekhta tu.....
जवाब देंहटाएंLajawab
Hahahahaha acha bhai
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